प्राणातिपातविरमाण महाव्रत – अहिंसा मृषावादविरमाण महाव्रत – सत्य अदत्तादानविरमाण महाव्रत – अचौर्य मैथुनविरमाण महाव्रत – ब्रह्मचर्य परिग्रहविरमाण महाव्रत – अपरिग्रह...
Read moreएक वह जमाना था, अब पैदल ही तीर्थ यात्रा करने की परिपाटी थी, अथवा तो बैलगाडी द्वारा यात्रा की जाती...
Read moreजय जिनेन्द्र, जैन धर्म अपने आप में महान और अनूठा है ! आज हम जानेंगे हमारे शाश्वत मन्त्रों और उनकी महत्ता...
Read moreश्री जीरावाला पार्श्वनाथ मंदिर की भव्य प्रतिष्ठा की मंगल वेला धीरे धीरे समीप आ रही है, देखिये कुछ ऐसे करने की...
Read moreवर्षा ऋतु में अनंत जीवों की उत्पत्ति होती है | हमारे आवागमन से इनकी हिंसा से बचने हेतु परमात्मा ने...
Read moreऐसी हस्तरेखा वाले को होता हें भारी धन-लाभ :- आज के इस योग में हरएक व्यक्ति यही चाहता है कि...
Read moreजैन धर्म व शास्त्रों के अनुसार एक व्यक्ति को किस प्रकार अपनी शयन विधि रखनी चाहिए इसपर हम आज विचार...
Read more“ऐसी दशा हो भगवन जब प्राण तन से निकले...” यह स्तवन तो सुना ही होगा ! पर कभी विचार किया है...
Read moreXX मण एक बार, XX मण दौ बार और XX मण तीन बार .. बोलो जिन शासन देव की जय ! पुण्यों...
Read moreजैन धर्म अनेको महान व्यक्तित्वों से भरा पड़ा है, संसार को जीव दया और अहिंसा का जो पथ जैन धर्म...
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