मगसर सुद एकादशी को मौन एकादशी का पर्व आता है. इस दिन तीनो 24 के तीर्थंकरों के 150 कल्याणक हुये है. इस दिन उपवास करनेवालों को 150 उपवास का फल मिलता है. इस तिथी की आराधना सुव्रत सेठ...
नवकार का जाप करने वाला कर्म खपाता है | नवकार का जाप सुनने वाला भी कर्म खपाता है. नवकार का जाप सुनाने वाला भी कर्म खपाता है | नवकार अर्थात कर्म खपाने की एकदम सीधी सरल प्रक्रिया |...
पर्वाधिराज पर्युषण का आगमन याने प्रत्येक जेनों के मन मंदिर में आनंद की अनुभूति । छोटे – बड़े – ब्रद्ध युवक – महिलाएं – बालिकाएं सब बड़े उत्साह के पर्व के आगमन का इंतजार करते है किन्तु आत्मा...
वीतराग भगवान का दर्शन पापो का नाश करता हैं। वीतराग प्रभु को वंदन वांछित को पुरता हैं। वीतराग प्रभु की पूजा लक्ष्मी को अर्पण करती हैं। परमात्मा साक्षात् कल्पवृक्ष हैं । प्रभु दर्शन की इच्छा हुई तभी से...
जैन धर्म के अनुसार सुबह सूर्य उगने में चार घडी (96 मिनट) शेष हो तब जाग जाना चाहिये। इसे ब्रह्रामुहुत कहा जाता है “श्रावक तू उठे प्रभात, चार घडी रहे पाछली रात”। अंग्रेजी कहावत “Early to bed and...
गत दिनों फेसबुक और Whatsapp पर कुछ पोस्ट देखने को मिल रहे हैं जिसमे नाकोडा जैन तीर्थ में लगी हुई चन्दन केसर घीसने वाली मशीन के उपयोग के बारे प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है, जहाँ एक और...
समस्त प्रकार की शुद्धि के बाद निसिहि निसिहि बोल कर भगवान के दरबार में प्रवेश करना चाहिए । जहाँ तक संभव हो भगवान की अष्टप्रकारी पूजा करना चाहिए ( भगवान की केसर पूजा संबधी आवश्यक जानकारियां ) लेकिन...
चातुर्मास के आगमन के साथ ही जिनालय, देरासर या कहे तो मंदिर जी में श्रावक श्राविकाओ का आगमन और उत्साह बढ़ने लगता है | चाहे प्रभुजी की अंग पूजा हो या अग्र पूजा, स्नात्र पूजा हो या भाव...
मानव-शरीर के विभिन्न अंगों की बनावट के आधार पर उसके गुण-कर्म-स्वाभावादि का निरूपण करने वाली विद्या आरंभ में लक्षण शास्त्र के नाम से प्रसिद्ध थी।
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