हे अनंतशक्ति के पुंजस्वरूप तारक परमात्मा !
भवसागर को जिन्होंने पार कर दिया है और जो सभी प्रकार के अतिशयों से युक्त है, ऐसे जिनेश्चर परमात्मा विवेकी...
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Read moreयदि आप नियमित रूप से जिनमंदिर जाते है तो कुछ सामान्य शुद्धि संबधी बातो को ध्यान रख कर आप आशातना...
Read moreप्रथम तीर्थकर ऋषभदेव परमात्मा को दीक्षा अंगीकार करने के बाद लाभांतराय कर्म का उदय होने से 400 दिन तक उन्हें...
Read moreआज के इस युग में अधिकांश लोग यह मानते हैं कि देव गति में सुख ही सुख होते हैं और...
Read moreजय जिनेन्द्र, आज के इस भौतिक युग में धर्म के संस्कारों का लोप होता जा रहा है। भौतिक पढ़ाई हेतु...
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