आगामी चोविसी तीर्थंकर, उनके पूर्व भव एवं वर्तमान स्थिति
कालचक्र अपनी नियमित गति से चल रहा है | वर्तमान अवसर्पिणी काल के पांचवे आरे में हम है इसके बाद...
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Read moreजैन धर्मका शान बढाने वाले दानवीर भामाशाहजी जैन त्याग-बलिदान और दान के प्रतीक थे। भामाशाह महान व्यक्ति थे। उन्होंने महाराणा प्रताप को प्रचूर धन...
Read moreलब्धिनिधान, भगवान महावीर स्वामी के प्रथम गणधर श्री गौतमस्वामी जी पूर्व भव में मरीचि त्रिदंडी के कपिल नाम दे शिष्य...
Read moreजैन धर्मं में मनुष्य जीवन को पाप पुण्य के अनुसार फल मिलते है ऐसा बताया गया है, अगर पुण्य अर्जित...
Read moreजैन धर्म की गौरव गाथाओं की बात करे और वस्तुपाल तेजपाल की बात न हो तो वह अधूरी मानी जाती...
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